बच्चों की जीवनशैली और खानपान में बदलाव

बच्चों की जीवनशैली और खानपान में बदलाव

आजकल कम उम्र में ही बच्चों को कमर दर्द की शिकायत  होने लगी है। जिसका मुख्य कारण है जीवनशैली और खानपान में बदलाव होना। आजकल बच्चे लंबे समय तक स्कूल और कोचिंग में कुर्सियों पर एक जैसे बैठे रहते हैं। साथ ही काम करने वाले युवा भी अधिक समय तक एक जैसे बैठकर काम करते हैं। जिसके कारण भी कमर दर्द की समस्या ज्यादा होने लगी है। कई बार लोग इसे नजरअंदाज कर देते हैं, जिसके कारण यह बड़ी समस्या भी बन सकती है। खानपान में जितना हो सके कोल्डड्रिंक, सोड़े के सेवन से बचना चाहिए। क्योंकि इनके सेवन से शरीर में कैल्शियम की कमी होती है। सोने के तरीके में बदलाव के कारण भी कमर दर्द हो सकता है। कई लोग जिम के दौरान भी ध्यान नहीं रखते हैं कि उन्हें कितना वजन उठाना चाहिए। ज्यादा वजन उठाने के कारण भी कमर का दर्द शुरू हो जाता है। जो लंबे समय तक भी रह सकता है। यदि नियमित रूप से योग और व्यायाम किए जाए तो कमर दर्द को दूर करने में मदद मिल सकती है। आजकल बच्चे मैदानों में खेलने के बजाय घर पर रहकर ही मोबाइल का इस्तेमाल ज्यादा करने लगे हैं। जिसके कारण उनकी शारीरिक गतिविधियां भी कम हो गई है। बच्चों को नियमित रूप से शारीरिक गतिविधियां करवाना चाहिए। यह उनकी सेहत के लिए फायदेमंद है। साथ ही इसकी मदद से कमर दर्द की शिकायत होने से भी बचा जा सकता है।

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